Motivational Story In Hindi For Success – नीले पत्थर की कीमत
(Short Motivational Story In Hindi)
Motivational story in hindi for success नीले पत्थर की कीमत: हेलो दोस्तों कैसे हैं आप लोग। कभी कभी जीवन में ऐसा मौका आता है जब हम बहुत ही ज्यादा हताश और निराश हो जाते हैं। आज की यह कहानी उन हताश लम्हों में आपको ताकत देगी। अपनी कहानी शुरू होती है हमारी आपकी तरह ही एक आम आदमी से। मैं ऐसा तो नहीं कहूंगा कि वह बहुत अमीर था लेकिन हां यह जरूर है कि वह अपने खर्चों से थोड़ा बहुत ज्यादा ही कमा रहा था। सब कुछ अच्छा चल रहा था पर अचानक एक दिन जिस कंपनी में वह नौकरी करता था वह बंद हो गई। नौकरी खत्म हुए तो मासिक आय भी खत्म हो गई।
जब तक पास में पैसा था तब तक वह क्या किसी तरह से गुजर बसर कर रहा था। बीच-बीच में वह नई नौकरी के लिए प्रयास भी कर रहा था, लेकिन कोई सफलता मिल नहीं पा रही थी। जब बचत का पैसा खत्म हो गया और नई नौकरी नहीं लगी तब उधार का सिलसिला शुरू हुआ। कुछ ही समय में वह ठीक-ठाक कर्जे में आ गया। नई नौकरी तो नहीं मिली पर अब रहा सहा आत्मविश्वास भी जाता रहा।
उसकी पत्नी एक धार्मिक महिला थी। उसे कहीं से पता लगा कि नगर में काशी के ज्ञानी महात्मा आए हुए हैं। पत्नी के जिद करने पर वह दोनों ज्ञानी महात्मा के दर्शनों के लिए निकल पड़े। महात्मा जी से मिलने के लिए काफी बड़ी भीड़ थी इसलिए महात्मा जी से साक्षात्कार करने में उन्हें 2 दिन लग गए।
उस आदमी ने महात्मा जी को अपनी पूरी व्यथा बताई और कुछ उपाय मांगा। महात्मा जी ने शांति से पूरी बात सुनी और उस आदमी को एक चमकदार नीला पत्थर दिया। उन्होंने कहा कि तुम इसे जितने में भी बेच सकते हो बेच दो और अपनी समस्याओं का निवारण करो।
वह आदमी खुशी-खुशी वह पत्थर लेकर घर आया और सबसे पहले उसने अपने मित्र से उस रत्न की कीमत पूछी। मित्र ने रत्न को देखा और बोला यह तो नीला कांच है मैं इसके अधिकतम ₹1000 तुम्हें देख सकता हूं। यह कीमत सुनकर वह आदमी बहुत मायूस हो गया। ₹1000 से तो उसकी समस्या खत्म नहीं होने वाली थी। फिर उसने सोचा कि इतनी कम कीमत का पत्थर महात्मा जी ने उसकी समस्याओं के निवारण के लिए नहीं दिया होगा। क्यों ना किसी और से भी इसकी कीमत पता की जाए।
फिर वह रत्न लेकर वह एक मारवाड़ी की दुकान पर गया। मारवाड़ी ने रत्न की परीक्षा करने के बाद उसकी कीमत ₹10000 लगाई। लेकिन ₹10000 में भी उसका कोई भला होने वाला नहीं था। उसने सोचा क्यों ना मैं किसी सुनार से इसकी कीमत पूछूं। सुनार को इस रत्न की कीमत का काफी अच्छा अंदाजा होगा। वैसे ही दे सुनार के पास जाता है और उसे उस रत्न की कीमत के विषय में पूछता है। सुनार रत्न को देखने के बाद उसकी कीमत ₹100000 लगाता है। यह सुनकर वह आदमी काफी खुश हो जाता है क्योंकि इस कीमत से उसकी सभी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी।
पता नहीं उसके दिमाग में फिर क्या आया और वह उस रत्न को हीरे के सबसे बड़े व्यापारी के पास ले गया। हीरे का व्यापारी काफी देर तक उस रत्न को देखता रहा कई बार उसका परीक्षण किया और बताया कि मैं अपनी सारी संपत्ति बेचकर भी इस रत्न की कीमत नहीं लगा सकता। यह अमूल्य है। यदि उसकी कोई बोली लगाता है तो वह झूठ बोल रहा है।
अब उस व्यक्ति को महात्मा जी का मुख संकेत समझ में आना शुरू हो गया। उसके पास अमूल्य रत्न तो था ही अतः उस ने अपने भीतर की सबसे अमूल्य चीज जो उसने खो दी थी मतलब उसका आत्मविश्वास, फिर से अपने भीतर जगाया, और नौकरियों के लिए साक्षात्कार देना प्रारंभ कर दिया। आत्मविश्वास के साथ साक्षात्कार देने की वजह से उसकी नौकरी बहुत ही जल्दी लग गई। यह नौकरी पहले वाली नौकरी से भी बेहतर थी। धीरे-धीरे उसने सारे कर्ज उतार दिए। और फिर से पहले से भी अधिक बचत करनी शुरू कर दी।
Moral of Motivational Story In Hindi For Success – नीले पत्थर की कीमत
आमतौर पर कठिन समय आने पर हम अपनी समस्या का समाधान बाहर तलाश करते करते हैं। अपने पहचान के मित्रों के ऊपर आश्रित होते हैं और सोचते हैं कि वह हमारा भाग्य बदलेगा। जबकि सबसे अमूल्य चीज तो हमारे भीतर ही है, वह हमारा आत्मविश्वास है। हम अपने आत्मविश्वास की सही कीमत कभी जान नहीं पाते, और अगर हम जान जाते हैं तो हम सफल हो जाते हैं।
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