Krishna Story माखन चोर
Krishna Story माखन चोर : जैसे जैसे समय बीतता जा रहा था, वैसे वैसे नन्हे कृष्णा भी बड़े होते जा रहे थे। नन्हे कृष्णा ने अब घुटनों के बल भी चलना सीख लिया था। अब वह और भी शैतान हो गए थे। धीरे-धीरे खड़े होना भी सीख गए थे। छोटे-छोटे पैरों से दौड़ना भी सीख लिया था। अब कृष्ण की शरारतें बहुत बढ़ने लगी थी। कभी कृष्ण चलते-चलते गौशाला में घुस जाते और छोटे-छोटे बछड़ों की पूछ खिंच कर भाग जाते। तो कभी खुद पर मिट्टी लगा खूब हंसी, ठिठोली करते।
कृष्ण को माखन बहुत ही ज्यादा पसंद था। घर पर तो माखन खाते की, परंतु उन्हें गांव के बाकी लोगों के घर से माखन चोरी करके खाने में भी बड़ा ही आनंद आता था। कृष्णा अक्सर किसी भी गोपी के घर मैं घुस जाते और सारा माखन खा जाते थे। गोपियों ने माखन बचाने के लिए माखन को ऊंचाई पर हांडी में छुपा कर टांगना शुरू कर दिया था। गोपियां कुछ भी कर ले परंतु कृष्ण तो स्वयं ही विष्णु का अवतार थे। वह कैसे चोरी करके माखन खाने की नटखट सी आदत को छोड़ देते। कृष्ण ने एक नया उपाय निकाला। अब वह अपने साथ-साथ अपने स सखाओ को भी साथ लेकर गोपियों के घर जाने लगे। क्योंकि कृष्ण एक बालक थे, इसलिए उनका हाथ इतनी ऊंचाई पर नहीं पहुंच पाता था। इसके लिए वह अपने सखाओ की पीठ पर खड़े हो जाते और माखन की मटकी फोड़ देते, फिर वह खुद भी माखन खाते और अपने मित्रों को भी अपने हाथों से खिलाते थे।
कृष्ण माखन खाली अपने मित्रों के साथ ही नहीं खाते थे, बल्कि गाय को और उनके बच्चों को भी बड़े प्रेम से माखन खिलाते थे। धीरे-धीरे गोपियां कृष्ण के इस तरीके से चोरी करके माखन खाने से परेशान होने लगी। एक दिन गोपीयो ने एक साथ मिलकर यशोदा से उसके बाल गोपाल कृष्णा की शिकायत करने की सोची और चल पड़ी यशोदा के घर।
वहां पहुंचकर एक गोपी ने कहा “यशोदा तुम्हारा लल्ला तो बहुत बदमाश हो गया है। यह गौशाला में घुसकर बछड़ों की पूछ खींच देता है, तो कभी बछड़ों को खोल देता है इससे सारा दूध बछड़े पी जाते हैं और हमें परेशानी होती है।
एक अन्य गोपी ने कहा “हम चाहे इसे कितना भी धमका दे इसे कुछ फर्क नहीं पड़ता। यह खिलखिला कर हंसता है और और नाच के दिखाता है और वहां से भाग जाता है”
एक ने कहा “ यशोदा तुम्हारा लल्ला ना केवल खुद हमारा माखन खाता है बल्कि अपने दोस्तों को भी हमारा माखन खिलाता है, साथ ही साथ गाय को और उनके बच्चों को भी अपने हाथों से माखन खिलाता है, और आधा माखन नीचे गिरा देता है”
कृष्ण की ऐसी बातें सुनकर यशोदा ने कृष्ण की तरफ देखा परंतु कृष्ण तो एकदम अच्छे से बच्चे का भेष बनाकर खड़े हो गए।
यशोदा अपने पुत्र का मासूमियत से भरा चेहरा देखकर गोपियों से बोली अरे क्यों मेरे कान्हा को बदनाम करती हो मेरे कान्हा के घर क्या माखन की कमी है? जो वह तुम्हारे घरों में जाकर चोरी करके खाएगा। सच सच कहो तुम लोगों से मेरे कान्हा की सूरत देखे बिना रहा नहीं जाता इसलिए तुम उसकी सूरत देखने के बहाने मुझसे शिकायतें करने आ जाती हो।
Krishna Story माखन चोर
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