The Honest Man And Four Fairy – ईमानदार ब्राह्मण चार परियां
The Honest Man And Four Fairy – ईमानदार ब्राह्मण चार परियां: एक ब्राह्मण काम की तलाश में जंगल की तरफ गया। उसने सोचा कि कुछ लकड़िया ही काट ली जाए और उन्हें भेज कर कुछ पैसे मिल जाएंगे। लकड़ी काटते काटते वह थक गया, तो पास में ही एक तलाब था, वहीं बैठ गया और खाना खाने लगा उसके पास चार रोटियां थी रोटियां देखकर बोला – “एक को खाऊं या चारों को।”
उस तालाब में चार परियां रहते थी। यह बात सुनकर चारों घबरा गई। परियां तालाब से निकलकर बाहर आई और बोली कि “हमें मत खाओ कुछ मांग लो बोलो तुम्हें क्या चाहिए” इस बात पर ब्राह्मण बोला कि मुझे तुम खाने का कोई बर्तन दे दो।
परियों ने एक बर्तन दिया और कहां इसमें जो बोलोगे वह बन जाएगा यह सुनकर ब्राह्मण खुश हो गया उसने बोला राजमा चावल तो राजमा चावल बन गया
ब्राह्मण बर्तन लेकर घर गया और अपने सभी पड़ोसियों को न्योता दिया सबने भरपेट भोजन किया
एक रात पड़ोसी ने बहुत बर्तन चुरा लिया और जादुई बर्तन की जगह साधारण बर्तन रख दिया। अगले दिन जब ब्राह्मण ने आदेश दिया तो खाना नहीं बना । यह देख कर वह निराश हो गया। अगले वही बर्तन लेकर तालाब के पास गया और बोला – “एक को खाऊं या चारों को।”
यह सुनकर परिया घबरा गई और दूसरी परी बाहर आई और बोली कि “हमें मत खाओ यह बकरी ले जाओ यह सोने की मोहरे देती है।”
ब्राह्मण बकरी लेकर घर गया और सारे पड़ोसियों को दिखाया सभी आश्चर्यचकित हो गए।
अगली रात पड़ोसियों ने बकरी भी चुराने का फैसला किया और साधारण बकरी जादुई बकरी की जगह रख दी।
अगले दिन ब्राह्मण ने देखा की बकरी मोहरे नहीं दे रही। यह देख कर उदास हो गया और फिर से उसी तालाब के पास गया और बोला – “एक को खाऊं या चारों को।”
यह सुनकर परिया घबरा गई और तीसरी परी बाहर आई और बोली कि हमें मत खाओ यह मुर्गी ले जाओ यह सोने के अंडे देती है। वह मुर्गी लेकर घर गया और फिर से सभी पड़ोसियों को दिखाया सभी आश्चर्यचकित हो गए। अगली रात पड़ोसियों ने मुर्गी भी चुराने का फैसला किया और साधारण मुर्गी जादुई मुर्गी की जगह रख दी।
अगले दिन ब्राह्मण ने देखा की मुर्गी अंडे नहीं दे रही यह देख कर उदास हो गया और फिर से उसी तालाब के पास गया और बोला – “एक को खाऊं या चारों को।”
यह सुनकर परिया घबरा गई और चौथी परी बाहर आई और बोली कि हमें मत खाओ यह रस्सी और डंडा ले जाओ।
घर पहुंचते ही वह अपने पड़ोसियों को बांध देता है और और डंडे को आदेश देता है किं इन सबकी खूब पढ़ाई करो
पड़ोसी माफी मांग कर सारा सामान वापस कर देते हैं।
सीख: The Moral of The Honest Man And Four Fairy – ईमानदार ब्राह्मण चार परियां Story
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है की पराए धन पर कभी नजर नहीं रखनी चाहिए।
कैसे हो दोस्तों। आपको यह The Honest Man And Four Fairy – ईमानदार ब्राह्मण चार परियां कहानी कैसी लगी? उम्मीद है आपने इस कहानी को खूब enjoy किया होगा। अब एक छोटा सा काम आपके लिए भी, अगर यह कहानी आपको अच्छी लगी हो तो सोशल मीडिया जैसे Facebook, Twitter, LinkedIn, WhatsApp (फेसबुक टि्वटर लिंकडइन इंस्टाग्राम व्हाट्सएप) आदि पर यह पंचतंत्र की कहानी को खूब शेयर करिए।
इसके अलावा और कहानियां पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें Moral Stories In Hindi
धन्यवाद…
0 Comments